मुख्य विशेषताएं और लाभ
उत्तर प्रदेश खेत तालाब योजना के तहत पात्र व्यक्ति को निम्नलिखित लाभ दिए जाते हैं:
- योजना के तहत सरकार छोटे और बड़े तालाबों के निर्माण में मदद करती है।
- 50% अनुदान, जो डीबीटी (DBT) के माध्यम से तीन किस्तों में किसानों के खाते में ट्रांसफर किया जाता है।
वेबसाइट
कस्टमर केयर
उत्तर प्रदेश कृषि विभाग हेल्पलाइन:
- संपर्क के लिए अपने जिला कृषि कार्यालय जाएं।
योजना का अवलोकन
- योजना का नाम: उत्तर प्रदेश खेत तालाब योजना।
- आरंभ होने की तिथि: 2013
- लाभ:
- छोटे तालाब के लिए लागत का 50% यानी ₹52,500 का अनुदान।
- बड़े तालाब के लिए लागत का 50% यानी ₹1,14,200 का अनुदान।
- नोडल विभाग: कृषि विभाग, उत्तर प्रदेश।
- आवेदन का तरीका: ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों।
योजना के बारे में
उत्तर प्रदेश खेत तालाब योजना की शुरुआत उत्तर प्रदेश सरकार ने की है।
इस योजना को कृषि विभाग द्वारा संचालित किया जाता है और फंडिंग राष्ट्रीय कृषि विकास योजना से होती है।
लाभ:
- छोटे तालाब:
- अनुमानित लागत: ₹1,05,000
- अनुदान: ₹52,500
- आकार: 22 मीटर लंबा, 20 मीटर चौड़ा, 3 मीटर गहरा।
- बड़े तालाब:
- अनुमानित लागत: ₹2,28,400
- अनुदान: ₹1,14,200
- आकार: 35 मीटर लंबा, 30 मीटर चौड़ा, 3 मीटर गहरा।
- अनुदान राशि डीबीटी (DBT) द्वारा सीधे किसानों के खाते में तीन किस्तों में ट्रांसफर की जाती है।
पात्रता
- आवेदक उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी हो।
- किसान का रजिस्ट्रेशन कृषि विभाग में होना चाहिए।
- अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अल्पसंख्यक एवं लघु सीमांत किसान।
- किसान किसी अन्य तालाब योजना का लाभ नहीं ले रहा हो।
- एक किसान केवल एक तालाब के लिए पात्र है।
लाभ लेने के लिए आवश्यक दस्तावेज़
- आधार कार्ड।
- जाति प्रमाण पत्र।
- निवास प्रमाण पत्र।
- पहचान पत्र।
- जमीन के कागजात।
- बैंक खाता विवरण।
लाभ लेने की प्रक्रिया
- पंजीकरण:
- कृषि विभाग के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करें।
- आवेदन पत्र:
- ऑनलाइन आवेदन पत्र डाउनलोड करें या कृषि विभाग कार्यालय से प्राप्त करें।
- जानकारी भरें:
- आवेदन पत्र में सभी आवश्यक जानकारियां भरें।
- दस्तावेज़ संलग्न करें:
- सभी जरूरी दस्तावेज़ आवेदन पत्र के साथ संलग्न करें।
- सबमिट करें:
- भरे हुए आवेदन पत्र को सबमिट करें।
- सत्यापन और मंजूरी:
- संबंधित अधिकारी द्वारा आवेदन पत्र की जांच होगी।
- मंजूरी मिलने के बाद किसान को सूचना दी जाएगी।
महत्वपूर्ण बिंदु
- तालाब का आकार सरकार द्वारा तय मानकों के अनुसार होना चाहिए।
- अनुदान राशि केवल डीबीटी (DBT) के माध्यम से सीधे खाते में ट्रांसफर की जाएगी।
- योजना का उद्देश्य है “खेत का पानी खेत में”, जिससे जल संरक्षण और सिंचाई में सुधार हो।